CHIKITSA

वैसे तो हमारी भारतीय संस्कृति बीमार नहीं होने की बात कहती है, लेकिन आज बदलती जीवनशैली के कारण मानव जाति कई बीमारियों से घिरी हुई है। फिर श्री राम कृष्ण ट्रस्ट द्वारा वर्ष 2011 से पंचगव्य आयुर्वेद आधारित निदान की शुरुआत की गई। जिसका सैकड़ों मरीजों ने लाभ उठाया। आज तक यहां इलाज की इस पद्धति से मरीजों का इलाज किया जाता है।

साल 2015 से इसमें सेल थेरेपी यानी गवासा थेरेपी को जोड़ा गया है. अब गौयूर सेल थैरेपी के जरिए यहां कई पीड़ितों के दर्द निवारक का काम किया जा रहा है। सुजोक और एक्यूप्रेशर जैसे पारंपरिक तरीकों से भी निदान और उपचार किया जाता है। प्रति माह लगभग 900 रोगी हमारी निःशुल्क सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।

देसी गाय के पंचगव्य, गोमूत्र के अर्क, विभिन्न औषधीय अर्क और कुछ चूर्ण के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाओं से उपचार किया जाता है।

डॉक्टर के मिलने का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक है

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें : 94265 82810