लोक भारती विश्वविद्यालय, सनोसरा के विद्यार्थियों का 34 दिवसीय इंटर्नशिप कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न

Bhanu Arya April 24, 2024 0 Comments

गुजरात के भावनगर जिले में स्थित लोक भारती विश्वविद्यालय (Lok Bharati University for Rural Innovation) के B. VOC Agro-Processing के 21 छात्र-छात्राओं का 34 दिवसीय इंटर्नशिप कार्यक्रम 10 अप्रैल, 2024 को श्री रामकृष्ण ट्रस्ट, कुकमा में संपन्न हुआ |

इस कार्यक्रम के अंतर्गत सबसे पहले सभी छात्र-छात्राओं को ट्रस्ट में होने वाली सभी गतिविधियों व यहां के विभागों यथा गोबर क्राफ्ट, पंचगव्य, नर्सरी, गौशाला, स्वदेशी मॉल, प्राकृतिक कृषि, खाद विभाग, मूल्यवर्धन केंद्र आदि की जानकारी दी गई |

प्रशिक्षण के शुरुआत में छात्र-छात्राओं को देशी गौ आधारित प्राकृतिक कृषि क्या है, गौ आधारित प्राकृतिक कृषि आज क्यों महत्वपूर्ण है आदि जैसी आधारभूत अवधारणाओं से परिचय करवाया गया | इसके अलावा कृषि में सूक्ष्मजीवों, उपयोगी कीटों व मिट्टी का महत्व भी बताया गया |

इंटर्नशिप कार्यक्रम के सभी छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण में सुविधा की दृष्टि से 4 समूहों में बांटा गया था | इसमें प्रत्येक समूह को 4 – 4 दिन हर विभाग में प्रशिक्षण प्राप्त करना था |

पंचगव्य विभाग में छात्र-छात्राओं को धूपबत्ती, केश तेल, मालिश तेल, रेडिएशन चिप, बर्तन धोने का पाउडर और पंचगव्य पर आधारित कई अन्य उपयोगी वस्तुओं के निर्माण का प्रशिक्षण प्राप्त हुआ |

गोबर क्राफ्ट विभाग में गोबर से घड़ी, मोबाइल स्टैंड, आईना फ्रेम, गणेश जी की प्रतिमा, गुल्लक, पूजा की थाली आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया गया |

नर्सरी में प्रशिक्षणार्थियों ने विभिन्न औषधीय पौधों, छायादार वृक्षों से संबंधित पौधों, फूलों व फलों के पौधों आदि की पहचान की | नए पौधे उगाने के लिए बेड बनाना, उनके बीजों की बुवाई, शतावर के जड़ों की कटाई आदि गतिविधियां भी प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा की गई |

इसके अलावा छात्र-छात्राओं ने गोमय लेपन (Vaidic Plaster) व ऑर्गेनिक रंग के निर्माण का प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा फूड प्रोसेसिंग से संबंधित अवधारणाओं – Sorting व Grading का व्यावहारिक प्रयोग किया |

सौर ऊर्जा के संबंध में छात्र-छात्राओं ने सबसे पहले इसके उपयोग व महत्व को समझा फिर सोलर कूकर एवं चूल्हे का उपयोग व उसकी  निर्माण तकनीक को समझा तथा सौर –ऊर्जा  का उपयोग कर चुकंदर, आलू व टमाटर के फांक (Slice), प्याज की पत्तियों, मोगरा फूल, मोरिंगा पत्तियों, नीम की पत्तियों को सुखाने का अभ्यास किया |

देशी गौ आधारित प्राकृतिक कृषि श्री रामकृष्ण ट्रस्ट की एक महत्वपूर्ण गतिविधि है |  छात्र – छात्राओं ने प्राकृतिक कृषि में उपयोगी कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, जीवामृत, घनजीवामृत, प्राकृतिक कीटनाशक आदि बनाने की विधि व इनके उपयोग को समझा |

छात्र-छात्राओं ने निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप कुछ विषयों पर वीडियो के माध्यम से भी अपनी अवधारणाओं को स्पष्ट किया व ज्ञान अर्जित किया |

इंटर्नशिप के दौरान प्रत्येक दिवस के अंत में समीक्षा बैठक की जाती थी जिसमें दिनभर के कार्यों की समीक्षा की जाती थी |

उल्लेखनीय है कि प्रशिक्षण के लिए ट्रस्ट में ‘काम करके सीखने’ की पद्धति को अपनाया गया है अर्थात ट्रस्ट में प्रशिक्षणार्थी सीखे ज्ञान का प्रशिक्षण काल में ही उपयोग भी करता है | यहां प्रशिक्षण निःशुल्क दिया जाता है | साथ ही प्रशिक्षण के दौरान यहां के प्राकृतिक परिवेश में रहने व भोजन की भी निःशुल्क व्यवस्था रहती है | इंटर्नशिप प्रोग्राम के छात्र-छात्राओं के लिए भी यही व्यवस्था रखी गई थी |

परिसर के बाहर की गतिविधियां

इंटर्नशिप अवधि में श्री रामकृष्ण ट्रस्ट के द्वारा प्रशिक्षणार्थियों के अनुभव विस्तार के लिए उन्हें कई स्थानों का भ्रमण करवाया गया | इनमें मुख्य हैं –

  • कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), काजरी – ट्रस्ट के द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को कृषि विज्ञान केंद्र, काजरी – के एक राष्ट्रीय सम्मलेन में भी ले जाया गया | इस सम्मलेन में बहुत से किसान व कृषि विशेषज्ञ थे | इन कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को फसल-गुणवत्ता व अन्य विषयों पर कई सुझाव दिए | ये सुझाव व वहां प्राप्त अन्य जानकारियां इंटर्नशिप के छात्र-छात्राओं  के लिए भी उपयोगी व उनके अनुभव को बढ़ाने वाले रहे |
  •  वेल्जी भाई भुडिया का प्राकृतिक फॉर्म – छात्र – छात्रा भुज के नजदीक स्थित भुडिया फॉर्म भी गए वहां कृषि कार्य व संबंधित कई गतिविधियां यथा फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, ड्रिप इरीगेशन के माध्यम से आर्गेनिक फर्टिलाइजर का खेतों में वितरण आदि को भी देखा – समझा | यहां छात्र-छात्राओं को बागवानी कृषि के विषय में भी अच्छी जानकारी प्राप्त हुई | यहां मुख्य रूप से आम और ड्रैगन फ्रूट की खेती की गई है | छात्र – छात्राओं ने इस फार्म के संस्थापक व संचालक वेल्जी भाई भुडिया से संवाद कर कृषि कार्य करने, कृषि उत्पादों के मूल्यवर्धन, मूल्यवर्धित उत्पादों के विपणन (Marketing) तक के पुरे मॉडल को समझा | यह फार्म कई वर्षों से स्वयं इस मॉडल का सफलतापूर्वक उपयोग कर रहा है और अपने दुकानों के माध्यम से अपने फार्म के उत्पादों का मूल्यवर्धन कर आइसक्रीम, जूस आदि का विक्रय करता है |
  •  रेयान रिसोर्ट – छात्र – छात्राओं का भुज स्थित Ryan Resort भी जाना हुआ | यहां अन्य चीजों के अलावा उन्हें कच्छ के स्थानीय कौशलों (Kachhi Skills) की जानकारी प्राप्त हुई |

इंटर्नशिप के अंतिम दिन 10 अप्रैल को छात्र-छात्राओं ने श्री रामकृष्ण ट्रस्ट के अंतर्गत अपने इंटर्नशिप के अनुभव साझा किए | उनका कहना था की मुख्य प्रशिक्षण कार्यक्रम में तो उनका सकारात्मक अनुभव रहा ही, ट्रस्ट परिसर में आकर जीवन के प्रति समझ बढ़ाने में भी उन्हें काफी मदद मिली |इंटर्नशिप कार्यक्रम के समापन पर छात्र-छात्राओं को ट्रस्ट की तरफ से प्रमाण पत्र प्रदान किया गया |

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